हरी भज ले बारम्बारा
HARI BHAJ LE BARMBARA
चेतावनी भजन
भजन श्रेणी: चेतावनी भजन
गायक: जलाल खान
भाषा: हिंदी
दोहा
आग लगी आकाश में
झुर झुर पड़े अंगार
संत नहीं होता जुगत में
जल जातो संसार
हरी भज ले बारम्बारा (भजन के बोल)
काई सुतो रे जीवारा,
हरी भज ले बारम्बारा,
आखिर एक दिन जानो,
मालिक ने लेखों देवनो ||
बाजीगर खेल रचाया,
जब लोग तमाशे आया,
बाजीगर कला समेटी,
आप रया अकेला,
काई सुतो रे जीवारा,
हरी भज ले बारम्बारा,
आखिर एक दिन जानो,
मालिक ने लेखों देवनो ||
जो थारे फल फूल चाहिए,
तो वेल सींचतों रहीजे,
वेलडियो रे फल फूल लागे,
थारा जन्म मरण भव भावे,
काई सुतो रे जीवारा,
हरी भज ले बारम्बारा,
आखिर एक दिन जानो,
मालिक ने लेखों देवनो ||
दर्शन करना हो तो,
दर्पण ने मोजता रहीजे,
दर्पण ने दर्शन देवे,
थारा दर्शन हो जाई माई रे,
काई सुतो रे जीवारा,
हरी भज ले बारम्बारा,
आखिर एक दिन जानो,
मालिक ने लेखों देवनो ||
पार उतरनो हो तो,
नावड़िया से मिलतो रहीजे,
नावड़ियों नाव चलावे ,
भव जल पार उतारे,
काई सुतो रे जीवारा,
हरी भज ले बारम्बारा,
आखिर एक दिन जानो,
मालिक ने लेखों देवनो ||
दास कबिरसा री वाणी,
वाणी ने संत पहचानी,
इन मूर्ख रो काई कीजे,
इन जाणरिया ने पतिजे,
काई सुतो रे जीवारा,
हरी भज ले बारम्बारा,
आखिर एक दिन जानो,
मालिक ने लेखों देवनो ||
HARI BHAJ LE BARMBARA = JALAL KHAN
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